
ऑपरेशन हनीमून, 3 दांव फेल हुए चौथे में राजा को मारा
ऑपरेशन हनीमून, 3 दांव फेल हुए चौथे में राजा को मारा
नई दिल्ली
अपराधी कितना भी शातिर हो लेकिन कानून के हाथ गुनहगार के दामन तक पहुंच ही जाता हैं ऐसा ही राजा हत्याकांड में हुआ है। इंदौर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का प्लान उसकी शादी के 11 दिन पहले ही बना लिया गया था। सोनम और राज कुशवाहा ने इसके लिए पूरी तैयारी की थी। मेघालय पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि इन्होंने गुवाहाटी में भी राजा की हत्या करनी चाही थी। वहां उचित स्थान नहीं मिला इसलिए वे रुके रहे। वहीं शिलांग में भी तीन बार हत्या का प्लान बनाया। यहां नॉग्राइयाट में डबल डेकर ब्रिज पर मारने का प्रयास किया। लेकिन बॉडी मिल जाती इस डर से नहीं मारा। फिर मावलिया काय में फॉल के बीच मारना चाहा लेकिन यहां भी सफल नहीं हुए। चौथे प्रयास में वेंगसग डव फॉल पर डाव से राजा की हत्या कर दी। हत्या के बाद सोनम 2 दिन नहीं बल्कि 26 मई से 8 जून तक इंदौर में रही। राज ने उसे देवास नाका इलाके में फ्लैट किराये पर लेकर ठहराया था। वह दिनभर फ्लैट में ही रहती थी। राज ने 5 हजार का ऑनलाइन राशन भी पहुंचाया था। खुद के अपहरण का दावा करने की थी योजना सोनम ने बताया कि वह किसी और से प्रेम करती थी। लेकिन माता।पिता ने उसकी शादी जबरदस्ती करवा दी। इसलिए उसे यह कदम उठाना पड़ा। पूरी योजना राज ने बनाई थी। उसका मानना था कि शव सड़ कर।डिकंपोज जाएगा और पुलिस को उसे ढूंढ़ने में महीनों लग जाएंगे। इसी कारण शिलॉन्ग को चुना। योजना के अनुसार सोनम पीड़िता के रूप में सिलीगुड़ी में कुछ दिनों बाद आरोपियों के चंगुल से भागकर सामने आएगी और यह बताएगी कि कुछ लोगों ने उसका अपहरण कर लिया था और राजा की हत्या कर दी। शिलॉन्ग पुलिस ने खुलासा किया कि पुलिस को गुमराह करने के लिए आरोपियों ने एक महिला की भी हत्या की प्लानिंग की थी। राजा की हत्या के बाद एक महिला को मारकर वहीं पर स्कूटी के साथ जलाने या नदी में बहाने की योजना बना चुके थे। ताकि वे दिखा सकें कि सोनम भी मार दी गई। यह भी पता चला है कि हत्या के लिए राज ने जो प्लानिंग की थी। उसमें इंदौर से आरोपियों को मोबाइल और 50 हजार रुपए के साथ सोनम के लिए एक काले रंग का बुर्का भी दिया था। यह बुर्का विशाल उसके लिए शिलॉन्ग ले गया था। एक्टिवा छोड़ने के बाद सोनम इसी बुर्के में टैक्सी में बैठकर सिलीगुड़ी भागी थी।
पुलिस जांच में ये सबूत जो फांसी के फंदे तक ले जाएंगे
1- नोंग्राइयाट के होम स्टे में राजा का पूरा सामान मिला जबकि सोनम के सूटकेस से जरूरी सामान गायब था पर मंगलसूत्र व अंगूठी उसी में थी।
2- आरोपी राज की सिम से तीनों आरोपी सोनम से कनेक्शन में रहे।
3- इंदौर के कैफे में 16 मई को हत्या की प्लानिंग हुई। इनके एकजुट होने की साक्ष्य हैं।
4 - डाव से सिर्फ 2 वार किए गए। इससे पहले इसका उपयोग कभी नहीं हुआ।
5- सोनम सीसीटीवी फुटेज में राजा से दूर जाकर किसी को मैसेज करती दिखी। उसके पास ट्रॉली बैग भी था। जब रिटर्न टिकट नहीं था तो वह घूमने में बैग साथ क्यों ले गई।
6- आरोपी का खून लगा शर्ट रेनकोट और राज के ब्लड सैंपल व विशाल चौहान के घर से मिले कपड़े। सभी से मिले डीएनए मैच कर कड़ी जोड़ी।
7- 11 मई से 24 मईऔर उसके बाद मोबाइल नंबरों की सीडीआर और चैटिंग।
8- सोनम ने हादसे के बाद स्थानीय पुलिस की मदद नहीं ली।
9- पूरे हत्याकांड में सोनम तीन से 4 मोबाइल उपयोग कर रही थी। यूपीआई पेमेंट जितेंद्र के खाते से हो रहे थे। वहीं पेटीएम अकाउंट राज का चला रही थी।
10- हत्या के बाद शातिर सोनम ने 23 मई को दोस्त अभिषेक को इंस्ट्राग्राम आईडी पर मैसेज किया। ताकि वह पुलिस को गुमराह कर सके।
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