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 राशन कार्ड में नाम जोड़ने के बहाने लगवाए अंगूठे 800 किसानों के नाम उठाया 4 करोड़ का लोन

राशन कार्ड में नाम जोड़ने के बहाने लगवाए अंगूठे 800 किसानों के नाम उठाया 4 करोड़ का लोन

 राशन कार्ड में नाम जोड़ने के बहाने लगवाए अंगूठे 800 किसानों के नाम उठाया 4 करोड़ का लोन

जयपुर 

डीग व मेवात क्षेत्र में गरीब किसानों के साथ बड़ा धोखा हो गया। भरतपुर सैन्ट्रल कॉपरेटिव बैंक लि. शाखा कामां की सुनेहरा सतवास गांवड़ी ग्राम सेवा सहकारी समिति के सचिवों ने यूपी हरियाणा नगर डीग भरतपुर पहाड़ी रूपवास कामां के 800 किसानों को उनको बिना बताए ही सदस्य बनाकर करीब 4 करोड़ रुपए का फर्जी ऋण उठा लिया। किसानों को पता तब चला जब उनके पास लोन को वापस जमा कराने के लिए संदेश आने लगे। यहां पहले भी पहाड़ी थाने में गांवड़ी समिति का मामला दर्ज हो चुका है। अब  दो अन्य समितियां का मामला और उजागर हुआ है। सोमका और सुनहरा गांव के ग्रामीणों ने बताया कि भरतपुर सेन्ट्रल कॉपरेटिव बैंक लि. शाखा कामां की सुनेहरा सतवास गांवड़ी ग्राम सेवा सहकारी समिति ने घपला करने के लिए कार्य क्षेत्र के बाहर जाकर यूपी हरियाणा नगर डीग भरतपुर पहाड़ी रूपवास कामां व अन्य समितियों के व्यक्तियों का फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन कराकर बैंक द्वारा फर्जी ऋण वितरण कर दिया। मजे की बात ये है कि जिनके नाम लोन दिया हैं उनके पास जमीन ही नहीं हैं जिन सदस्यों को ऋण वितरण करना दिखावा वो सभी सदस्य घुमंतु व समिति कार्यक्षेत्र से बाहर के हैं। उनके पास खेती की जमीन ही नहीं है। बैंक द्वारा इन सदस्यों की फर्जी साख सीमा तैयार कर फर्जी तरीके से व्यवस्थापक ग्राम सेवा समिति लि.शाखा प्रबन्धक व प्रबन्ध निदेशक ने आपस में धोखाधड़ी कर बैंक से करोड़ों रुपयों का फर्जी ऋण उठाया। लोन का पैसा सदस्य को न मिलकर उनकी जेब में गया है। नये सदस्यों को ऋण देने के लिए 5 से 10 हजार रुपए तक की सीमा निर्धारित की हुई है। जबकि इन तीनों समितियों के लगभग 800 सदस्यों को समिति कार्यक्षेत्र के बाहर जाकर किया गया है। उनमें से किसी भी सदस्य का 40 हजार रुपए से कम का ऋण वितरण नहीं है। इतनी अधिक ऋण राशि फर्जी तरीके से उठाने के लिए पहले तो सदस्य का ऋण माफी पोर्टल पर फर्जी रजिस्ट्रेशन कराया। उसके बाद सदस्य का ऋण स्वीकृत होने पर उस ऋण माफी के पोर्टल से उसके रजिस्ट्रेशन को हटा कर खुलेआम गड़बड़ी का खेल चल रहा है। अब जांच होने के बाद ही इस गड़बड़ी का खुलासा हो सकेगा। हालांकि ये पहला मामला नही है। जब किसानों के साथ धोखा हुआ हो। पहले भी कामां और पहाड़ी पुलिस थाने में मामले दर्ज हो चुके हैं। वर्ष 2022 मैं दर्ज हुए एक मामले में भी करीब 250 किसानों के साथ धोखाधड़ी हुई। जिसमें 6 से 8 करोड़ रुपए का गबन हुआ। इसके बाद नवंबर 2024 में भी पहाड़ी में मामला दर्ज हुआ। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस का कहना है कि उन्हें विभागीय जांच का इंतजार है।किसान बोले राशन के लिए बच्चों का नाम जुड़वाना था। उन्होंने अंगूठा लगवा धोखा किया। ग्रामीण कुंवरसिंह व हुलला निवासी मुंगसका ने बताया की राशन कार्ड में दो बच्चों का नाम है, चार बच्चों का नाम नहीं था जिनका राशन नहीं मिलता था। 2 साल बाद भी राशन कार्ड में बच्चों का नाम नहीं जोड़ा लेकिन सुंदर ने गुमराह करते हुए 23870 कोऑपरेटिव का सदस्य बना कर निकाल लिए मुंगसका निवासी ने बताया कि 6 बच्चे हैं और राशन कार्ड में तीन बच्चों का नाम चढ़ चुका था। 2 वर्ष बाद हमें पता चला कि हमारे नाम से 23,870 का लोन उठा लिया है। हमें पैसे भी नहीं दिए। जिसका पहाड़ी थाने में मामला दर्ज कराया है।

इनका कहना

अभी मुख्यालय स्तर पर जांच चल रही है। जांच के बाद ही कुछ बता पाएंगे। - शिवदयाल मीणा एडि. रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव

गांवड़ी सोसाइटी में गबन हुआ है, इसकी जांच के लिए मुख्यालय को लिखा गया हैं। -रामवतार गुर्जर डिप्टी रजिस्ट्रार कोऑपरेटिव डीग

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